Breaking News
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के दृष्टिगत इनकी धारण क्षमता बढ़ाने की दिशा में प्रयास किये जाएं-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने सतपुली झील के शिलान्यास के साथ पौड़ी जिले में किया 172 करोड़ 65 लाख की 24 योजनाओं का किया लोकार्पण एंव शिलान्यास।
बिग ब्रेकिंग:- मुख्यमंत्री धामी ने शासनादेश संशोधित करने के दिए निर्देश, अब उत्तराखंड निवास में आम लोगों को भी मिलेगी ठहरने की सुविधा।
मसूरी ट्रैफिक पर एक्शन प्लान को लागू करने की तैयारी
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जलवायु परिवर्तन पर स्टेट एक्शन प्लान की समीक्षा की
डीएम: बेटी पढाने से एक जिंदगी नही पूरा परिवार होगा उन्नत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 फॉरेंसिक वाहनों का फ्लैग ऑफ किया
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमत्री आवास में 11 लैब असिस्टेंट एवं 34 क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारियों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र।
मुख्यमंत्री ने किया प्रथम सोलर मेला “सौर कौथिग” का शुभारंभ

शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर हरिद्वार ले जाया गया, नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत तमाम दिग्गजों ने शहीद मेजर को दी श्रद्धांजलि

देहरादून। शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर उनके घर भनियाववाला पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े। इस दौरान सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला सहित ग्रामीणों ने नम आंखों से दी शहीद मेजर को श्रद्धांजलि। शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर हरिद्वार ले जाया गया। देहरादून जिले के भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी एक मेजर लेह में हाई एटीट्यूड पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। मेजर के शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया।

18 आर्टिलरी बटालियन में तैनात सुदर्शन नेगी के बेटे मेजर प्रणव नेगी (36) लेह में ड्यूटी पर थे। मंगलवार सुबह सेना मुख्यालय से मेजर प्रणव के परिजनों को सूचना मिली कि स्वास्थ्य खराब होने से वह शहीद हो गए हैं। मेजर के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मेजर के रिश्तेदारों और आसपास के लोगों ने शहीद मेजर के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। शहीद मेजर तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। तीन साल पहले ही मेजर की शादी हुई थी। उनका डेढ़ साल का एक बेटा है।

चाचा नरेंद्र नेगी के मुताबिक, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य बिगड़ने पर मेजर शहीद हो गए थे। प्रणव नेगी 2013 में आईएमए से पासआउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बने थे। वो मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के रहने वाले थे। मेजर प्रणव के दादा भी फौज में थे, जबकि पिता ने होटल लाइन में नौकरी कर तीनों बच्चों को मसूरी के प्रतिष्ठित स्कूलों से शिक्षा दिलाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top