दून अस्पताल स्थित यह मज़ार काफी प्रसिद्ध थी। अलग अलग तरह की मान्यता थी। ऋषिकेश के एक स्थानीय ने सीएम पोर्टल पर इसकी शिकायत की तो जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए। कागज़ नही मिले। बीती रात अवैध मज़ार ढा दी गई। सुबह आते जाते लोगों ने सर झुकाया तो देखा मज़ार ही नहीं है।