देहरादून। फर्जी कॉल सेन्टर के जरिये विदेशी ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की आरोपी देहरादून स्थित ए टू जेड सॉल्यूशंस से जुड़ी लगभग 1.26 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच की है। ईडी ने ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की है। पूर्व में ए टू जेड सॉल्यूशंस पर छाप पड़ा था। और नगदी बरामद की गई थी। फर्म पर अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर संचालित करने का आरोप है। ईडी की कार्रवाई देहरादून साइबर पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर के आधार पर है। एफआईआर में मेघा रावत समेत ए टू जेड सॉल्यूशंस से जुड़े लोगों पर फर्जी कॉल सेंटर चलाने का आरोप लगाया गया है।
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन की आड़ में संचालित किए जा रहे कॉल सेंटर ने फर्जी ऑनलाइन सहायता सेवाएं प्रदान करके विदेशी ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की। अवैध रूप से संचालित अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ देहरादून में स्पेशल टास्क फोर्स ने 2022 में राज्य साइबर पुलिस के साथ मिलकर किया था। इसे एमकेपी चौक के सामने एक तीन मंजिला इमारत से संचालित किया जा रहा था। इस दौरान पुलिस ने कुल 1.26 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी। इसके बाद ईडी ने इस रकम की पहचान अपराध से प्राप्त आय के रूप में की और इसे कुर्क करने का आदेश जारी किया।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि जुलाई 2022 में देहरादून में इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापे मारे थे। तब 14 आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। इनमें से 11 लोग देहरादून के रहने वाले थे। कॉल सेंटर से फर्जी हेल्पलाइन नंबर जारी कर लोगों से धोखाधड़ी की जाती थी। गिरफ्तारी के वक्त कॉल सेंटर से करीब 245 लैपटॉप, 61 कंप्यूटर सीज किए गए थे। कॉल सेंटर में कार्यरत 300 से अधिक कर्मचारियों से पूछताछ की गई थी। (एजेंसी)