धामी सरकार महाकुंभ हादसे पर अलर्ट
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की
टोल फ्री नंबर सहायता के लिए जारी किए
जहां है वहीं स्नान करने की अपील की
देहरादून। प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार भी उत्तर प्रदेश सरकार की सहायता और राज्य के कुंभ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर आ गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अभी जहां महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ के मद्देनजर प्रयागराज न जाने की अपील की है वहीं अधिकारियों को राज्य के उन लोगों की मदद करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं जो प्रयागराज गए हुए हैं। उन्होंने उत्तराखंड के उन सभी यात्रियों की मदद के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया जो इस वक्त प्रयागराज में मौजूद है और जो मौनी अमावस्या पर कुंभ स्नान के लिए गए हुए हैं। उनमें से अगर किसी को भी मदद की जरूरत है तो वह सरकार द्वारा जारी इन टोल फ्री नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। राज्य सरकार उनको रेस्क्यू करने के इंतजाम करेगी। जारी किए गए नंबर इस प्रकार हैं। 1970, 8218867005 तथा 905 84 41405। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन नंबरों पर आने वाले फोन कॉल पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाये।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पीड़ित लोगों की हर संभव मदद को तैयार रहें। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जो लोग महाकुंभ स्नान के लिए गए हैं वह अनुशासन पर रहकर ही स्नान करें। उन्होंने लोगों से अभी महाकुंभ में न जाने की अपील भी की है।
उल्लेखनीय की बीती रात महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर बनने वाले दुर्लभ संयोग में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। आधी रात के बाद यहां मची भगदड़ में कुछ श्रद्धालुओं की मौत तथा अनेक लोगों के घायल होने की खबर आई थी लेकिन देर शाम तक यूपी के शासन प्रशासन द्वारा हादसे में हुई मौतों और घायलों के बारे में कोई अधिकृत जानकारी किसी को नहीं दी गयी। तथा अब हालात सामान्य होने की बात कही जा रही है। आज अमावस्य वाले दिन महाकुंभ के लिए जाने वाली सभी स्पेशल ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है तथा यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अधिक ट्रेनें चलाई गई है।
इस हादसे के बाद सभी अखाड़ों के संतों ने अमृत स्नान के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है बाद में सांकेतिक स्नान की बात कही गई थी लेकिन समाचार लिखे जाने तक अखाड़े के संतों ने अमृत स्नान नहीं किया था तथा मेला क्षेत्र से बड़ी संख्या में भीड़ छंट चुकी थी हालांकि आज भी 5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान की बात कही जा रही है। उधर आज हरिद्वार में भी मौनी अमावस्या पर गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है।